🌿 गबन उपन्यास के 10 प्रमुख पात्र | Premchand ke Gaban ke 10 Patra
🧩 परिचय (Introduction)
मुंशी प्रेमचंद का “गबन” (1931) हिंदी साहित्य का अमर उपन्यास है। इसमें भारतीय मध्यमवर्ग के जीवन, आदर्श और पतन का यथार्थ चित्रण मिलता है। यह केवल एक अपराध कथा नहीं, बल्कि एक नैतिक और सामाजिक यात्रा है जो दिखाती है कि लालच और दिखावा मनुष्य को कैसे पतन की ओर ले जाता है, और आत्मबोध उसे फिर से उठाता है।
🧑💼 1. रमानाथ (Ramanath)
रमानाथ उपन्यास का मुख्य नायक है। वह मध्यमवर्गीय युवक है जो समाज में प्रतिष्ठा और धन पाने की लालसा रखता है। अपनी पत्नी को खुश करने और दिखावे की दुनिया में आगे बढ़ने के लिए वह गबन कर बैठता है। उसकी महत्वाकांक्षा उसे अपराध, अपराधबोध और फिर पश्चाताप की राह पर ले जाती है।
👩🦱 2. जालपा (Jalpa)
जालपा रमानाथ की पत्नी है — सुंदर, आत्मसम्मानी और भौतिक सुखों की ओर आकर्षित। शुरू में उसे गहनों और वैभव की चाह होती है, लेकिन जब रमानाथ अपराध में फँसता है, तो वही जालपा नैतिक शक्ति का आधार बनती है। वह समझती है कि सच्चा आभूषण सोना नहीं, बल्कि विश्वास और प्रेम है।
🧓 3. गंगादास (Ganga Das)
गंगादास एक साधु है जो रमानाथ को सही मार्ग दिखाता है। वह त्याग, सत्य और आत्मसंयम का उपदेशक है। उसका जीवन यह सिखाता है कि शांति और सच्चा सुख बाहरी वैभव से नहीं, आंतरिक शुद्धता से मिलता है।
👨⚖️ 4. माधव प्रसाद (Madhav Prasad)
जालपा का पिता, जो अपने अनुभवों से जीवन की सच्चाई समझ चुका है। वह रमानाथ के दिखावे और लालच को पहचान लेता है और जालपा को चेतावनी देता है। उसका व्यवहार परंपरा और नैतिकता की गहराई को दर्शाता है।
🧔 5. महालिंगम (Mahalingam)
महालिंगम रमानाथ का मित्र है जो उसे आसान धन की लालसा सिखाता है। वह दिखाता है कि कैसे बुरी संगति एक ईमानदार व्यक्ति को भी अपराध की ओर धकेल सकती है।
👩 6. सुमन (Suman)
सुमन, जालपा की सहेली और सलाहकार है। वह विवेकशील, आत्मनिर्भर और समझदार है। सुमन जालपा को सच्चे प्रेम और आत्मसम्मान की राह दिखाती है।
👨 7. राजाराम (Rajaram)
रमानाथ का सच्चा मित्र, जो कठिन समय में भी उसका साथ नहीं छोड़ता। वह रमानाथ को आत्मसमर्पण और सच्चाई स्वीकारने की प्रेरणा देता है।
👨⚖️ 8. इंस्पेक्टर (Inspector)
कहानी में न्याय और सत्य का प्रतिनिधि। वह यह सिद्ध करता है कि चाहे कितना भी छिपाया जाए, सत्य अंततः सामने आता है।
👨 9. देवदत्त (Devdatt)
रमानाथ का सहकर्मी, जो उसके अपराध के बाद उससे दूरी बना लेता है। वह उस समाज का प्रतीक है जो स्वार्थवश संबंध निभाता है।
👩 10. लाजवंती (Lajwanti)
जालपा की छोटी बहन, मासूम और निष्कपट। उसके व्यवहार में पारिवारिक प्रेम और संवेदनशीलता झलकती है।
🌸 निष्कर्ष (Conclusion)
“गबन” केवल एक कहानी नहीं, बल्कि भारतीय समाज के नैतिक संघर्ष का दर्पण है। रमानाथ का पतन और जालपा का उत्थान यह सिखाते हैं कि धन नहीं, सत्य, प्रेम और आत्मसंयम ही जीवन की सच्ची पूँजी हैं।
“मनुष्य गिरता है तो अपने लोभ से, और उठता है तो अपने विवेक से।”


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